हरिद्वार। उत्तराखंड की बेटी एवं हरिद्वार लोकसभा सीट से बसपा की दमदार प्रत्याशी भावना पांडे ने कहा कि वे हरिद्वार की आम जनता की आवाज बनकर लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरी हैं। उन्होंने कहा कि वे दलितों व अल्पसंख्यकों पर होने वाले अन्याय को खत्म करने आई हैं।
भावना पांडे ने कहा, उत्तराखंड में दलित और अल्पसंख्यक समाज में कोई मुख्य नेता नहीं है, यह समाज बंट गये हैं। उन्होंने कहा, दलित समाज का हमेशा शोषण किया जाता है। इस समाज के लोगों का सिर्फ वोट बैंक के तौर पर राजनीतिक दलों द्वारा इस्तेमाल किया जाता रहा है। इस बार उत्तराखंड में दलित, मुस्लिम और पहाड़ का गठजोड़ होगा। कहा, भाजपा और कांग्रेस आपस में मिले हुए हैं, इनके नेता जनता के सामने एक-दूसरे की बुराई करते हैं किन्तु परदे के पीछे की कहानी कुछ और ही होती है। ये लोग जनता को गुमराह करने का कार्य करते हैं।
भावना पांडे ने कहा कि जनता की सेवा के उद्देश्य से उन्होंने राजनीतिक दल जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) का गठन किया था मगर भाजपा और कांग्रेस के नेता उनके कार्यकर्ताओं को डराते थे और उन्हें तोड़कर अपने दलों में शामिल करने को विवश करते थे। उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वे अपनी पार्टी का बसपा में विलय करेंगी। बसपा प्रदेश में तीसरा विकल्प बनकर खड़ी है और इस लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट बहुजन समाज पार्टी के खाते में जा रही है।
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