May 15, 2024

पर्वत वाणी

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ऐतिहासिक नगर परिक्रमा में शामिल हुए 25 हजार से अधिक श्रद्धालु

देहरादून। श्री गुरु राम राय जी महाराज, श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज के लगे जयकारे श्री झंडे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया गया। श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज की अगुआई में संगतों ने दून नगर की परिक्रमा की। श्री दरबार साहिब परिसर से नगर परिक्रमा आरंभ हुई। यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घंटाघर व घंटाघर से पलटन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चौकी से रीठा मंडी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बाॅम्बे बाग पहुंची।

श्री दरबार साहिब के झंडा महोत्सव के सह व्यवस्थापक विजय गुलाटी ने बताया कि परंपरानुसार श्री झंडे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाता है। नगर परिक्रमा में श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज की अगुआई में संगत दून नगर की परिक्रमा करती हैं।

नगर परिक्रमा में 25 हजार से अधिक संगत शामिल हुई। नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब से प्रारंभ होकर सहारनपुर चौक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंची। इसके बाद ब्रह्मलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकेने के बाद सहारनपुर चौक होते हुए दोपहर 12 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब वापिस पहुंचकर संपन्न हुई।

श्री झंडे जी के आरोहण के बाद रविवार को भी श्री दरबार साहिब परिसर में संगत की चहल पहल रही। देश विदेश से आई संगत के साथ रविवार को भारी संख्या में देहरादून नगरवासियों ने भी श्री झंडे जी पर शीश नवाया। संगत ने श्री झंडा साहिब और श्री दरबार साहिब में माथा टेका और मनौतियां मांगी।

सुबह से ही श्री दरबार साहिब के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज के दर्शनों के लिए संगत कतारें लगाए खड़ी रहीं। श्री महाराज जी ने संगत को दर्शन दिए व आशीर्वाद दिया। परंपरा के अनुसार श्री झंडे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा के लिए संगत पहुंचती हैं। नगर परिक्रमा देहरादून के नगरवासियों के लिए भी ऐतिहासिक क्षण होता है, जब देश विदेश की संगत उनके बीच होती हैं।

श्री महाराज जी ने श्रद्धालुओं को आदर्श जीवन जीने के लिए गुरु की वाणी का अमृतपान करवाया। उन्होंने जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्ति व मोक्ष के रहस्य का ज्ञान भी दिया। श्री महाराज जी ने आह्वान किया कि सभी नागरिकों को आदर्श व्यक्ति-आदर्श परिवार का संकल्प लेकर श्रेष्ठ राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने सुख शांति का संदेश एवं गुरु मंत्र देते हुए गुरु महिमा के महत्व से आत्मसात करवाया। रविवार सुबह से ही श्री दरबार साहिब परिसर में गुरु महिमा व गुरु के भजन गूंजते रहे।

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