उत्तरकाशी। एक दिवसीय उत्तरकाशी दौरे पर उत्तरकाशी पहुंचे प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सीमांत क्षेत्र का भ्रमण करने के उपरांत भारत तिब्बत सीमा बल परिसर मातली में अधिकारियों के साथ बैठक कर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। जिला प्रशासन द्वारा की गई यात्रा व्यवस्था तैयारियों की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कहा मेडिकल के क्षेत्र में औऱ अधिक ध्यान देने की जरूरत है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाय।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए तैनात डॉक्टर्स को 10 से 15 दिन का बेसिक कार्डियोलॉजी का प्रशिक्षण दिया जाय। ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज को वहीं पर प्राथमिक उपचार दिया जा सकें। गंगोत्री से गोमुख ट्रेक पर जाने वाले यात्रियों की अनिवार्य रूप मेडिकल टेस्ट किया जाय। फिट होने पर ही ट्रेकर्स को ट्रेकिंग की अनुमति दी जाय। इस हेतु मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग और वन विभाग को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान चलाकर तेजी से काम करने के निर्देश दिए।पर्यटन को बढ़ावा देने एवं स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से पुराने मोटर पुलों को सुरक्षा के दृष्टिगत जांच करने के निर्देश सड़क महकमें को दिए। ताकि पुराने मोटर पुलों को पार्किंग, शौचालय, रेस्टोरेंट के उपयोग में लाया जा सकें।
मुख्य सचिव ने कहा कि सड़क के किनारे लगने वाले साइनेज का कार्य महत्वपूर्ण होता है। साइनेज का आकार तय कर प्रभावशाली रूप में स्थापित किया जाय। ताकि वाहन चलाने वाले चालक को स्पष्ट जानकारी मिल सकें। मुख्य सचिव ने कहा कि यमुनोत्री पैदल मार्ग के अलावा वैकल्पिक पैदल मार्ग का कार्य भी जल्द पूर्ण किया जाय। ताकि जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक मार्ग का उपयोग किया जा सके। मुख्य सचिव ने कहा कि घोड़ा खच्चर के बेहतर संचालन एवं पशु क्रूरता के बारे में उनके मालिक एवं हाकरों को भी जागरूक किया जाय। घोड़ा खच्चर के संचालन को लेकर घोड़ा पड़ाव पर “क्या करे, क्या न करें” से सम्बंधित एक शॉट वीडियो बनाकर टीवी में चलाएं, ताकि उनको जानकारी प्राप्त हो सकें।
मुख्य सचिव ने यात्रा मार्ग पर व्यापक स्तर पर सफाई व्यवस्था के इंतजाम करने के निर्देश जिला पंचायत को दिए। पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मियों की तैनाती करते हुए यात्रा मार्ग पर हर आधे घण्टे के अंतराल पर नियमित रूप से सफाई व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान पेट्रोल पंपों पर पानी,शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आ रहें तीर्थ यात्रियों के वाहन चालकों को विश्राम के लिए उचित प्रबंधन किया जाय। उनके सोने के लिए टेंट इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। दोनों धाम के स्नान घाटों पर बुजुर्ग भी आसानी से जा सके इस हेतु कम ऊँचाई वाली सीढ़ी एवं रेम्प बनाने के निर्देश दिए। कचरा प्रबंधन को लेकर मुख्य सचिव ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि धाम तक कतई भी प्लास्टिक कचरा न जा पाएं। पानी और कोल्ड ड्रिंक की बोतल,नमकीन आदि रैपर की जांच ट्रेक रूट के शुरुआत में की जाय, ताकि कचरा ऊपर न जा सकें।उसके उपरांत मुख्य सचिव ने डुंडा में एग्री प्रोसेसिंग ग्रोथ सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने मसाला, अन्न,बीज,ऑयल,शहद की पैकेजिंग ग्रेडिंग एवं प्रसंस्करण यूनिट का अवलोकन किया।
दोनों धाम के प्रमुख यात्रा पड़ाव पर वाहनों की पार्किंग व्यवस्था एवं सड़क सुरक्षा को लेकर किए गए उपाय
जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने प्रजेंटेशन के माध्यम से यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर की गई तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि गंगोत्री धाम यात्रा मार्ग पर छोटे-बड़े वाहनों समेत 14 सौ वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिसमें गंगोत्री,हर्षिल,भटवाड़ी, हीना,उत्तरकाशी रामलीला मैदान,जोशियाड़ा, इंद्रावती, ज्ञानसू, कंसेण शामिल है। इसी तरीके से यमुनोत्री धाम के प्रमुख यात्रा पड़ाव पर जानकी चट्टी, खरसाली, स्यानाचट्टी,दोबाटा,बड़कोट,सरुखेत, नौगांव,डामटा, ब्रह्मखाल आदि स्थानों में करीब 11 सौ छोटे-बड़े वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सड़क सुरक्षा को लेकर यमुनोत्री एवं गंगोत्री नेशनल हाइवे के पेच वर्क का कार्य किया गया है। सुरक्षा के दृष्टिगत साइनेज,क्रेश बेरियरआदि स्थापित किए गए है। यमुनोत्री नेशनल हाइवे पर 7 एवं गंगोत्री नेशनल हाइवे पर 9 भूस्खलन जोन चिन्हित किए गए है। भूस्खलन जोन के दोनों किनारों पर एवं यात्रा मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में मार्ग को सुचारू करने हेतु करीब 42 जेसीबी मशीन एवं 13 पोकलैंड मशीन के साथ ही अन्य संसाधन उपलब्ध रहेंगे।
यात्रा मार्ग पर उपलब्ध रहेगी स्वास्थ्य सुविधा
यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर दोबाटा एवं गंगोत्री यात्रा मार्ग पर हीना में यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जानकीचट्टी एवं गंगोत्री में डॉक्टर की तैनाती के साथ ही यमुनोत्री पैदल मार्ग पर यात्रियों को त्वरित स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने हेतु ऑक्सीजन,आवश्यक दवाइयों व सटेक्चर के साथ 9 एफएमआर की तैनाती की गई है। ह्रदय रोग से सम्बंधित मरीजों के लिए जानकीचट्टी में कार्डियक वैन एवं जिला अस्पताल में 5 बैड का कार्डियक यूनिट स्थापित की गई है। दवाई,ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है। यात्रा मार्ग पर एम्बुलेंस एवं 108 की पर्याप्त तैनाती की गई है।
स्वच्छता व्यवस्था के पर्याप्त इंतेजाम
जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा पड़ाव पर स्वच्छता को लेकर नगर निकायों एवं जिला पंचायत को नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। प्लास्टिक कूड़ा प्रबंधन को लेकर व्यापार मंडल,होटल एसोसिएशन एवं स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर डिपॉजिट रिफंड सिस्टम (DRS) को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें सभी की भागीदारी से सकारात्मक सहमति बनीं। साथ ही जानकीचट्टी एवं गंगोत्री में कूड़ा निस्तारण को लेकर काम्पेक्टर मशीन स्थापित की गई है। तथा पर्याप्त पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चरों के लीद निस्तारण को लेकर पिट बनाएं गए है। यमुनोत्री पैदल यात्रा मार्ग पर यात्री कचरे को इधर उधर ना फेंके पर्याप्त मात्रा में कूड़ेदान लगाए गए है।
सुगम और सुरक्षित यात्रा को लेकर इस बार यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चरों की रोटेशन आधार पर रहेगी व्यवस्था
जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार रोटेशन आधार पर घोड़े खच्चरों का संचालन किया जाएगा। 70 गांव के करीब 5 हजार घोड़े खच्चरों का रजिस्ट्रेशन किया गया। जो घोड़ा पड़ाव से बारी-बारी से रोटेशन के आधार पर सीमित संख्या में जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम को जाएंगे। घोड़े खच्चरों के लिए फूलचट्टी में घोड़ा पड़ाव बनाया गया है। पैदल मार्ग पर घोड़ा खच्चरों को पानी की व्यवस्था हेतु चरी का निर्माण कराया गया है। लीद निस्तारण के लिएपिट बनाया गया है।
यात्रा मार्ग पर यात्रियों को मिलेगा शुद्ध पेयजल
जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्ग पर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। यात्रा मार्ग पर 9 वाटर एटीएम मशीन स्थापित किए गए है। इसके अतिरिक्त पानी की टंकियों की साफ सफाई एवं पेयजल लाइनों को दुरुस्त किया गया है। यात्रा मार्ग पर सार्वजनिक शौचालय आदि किए गए दुरुस्त।
जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्ग पर 65 स्थायी एवं 62 अस्थाई सार्वजनिक शौचालयों को संचालित किया गया है। जिसमें पानी का संयोजन एवं पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था,भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था को सुचारू रखे जाने को लेकर 300 पुलिस जवान,129 होमगार्ड,250 पीआरडी,50 एसडीआरएफ के जवान औऱ 38 पर्यटक मित्र की तैनाती की गई है। तथा 74 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए है।
सुरक्षित व सुगम यमुनोत्री पैदल मार्ग बनाया गया
जिलाधिकारी ने कहा कि जानकीचट्टी से यमुनोत्री पैदल मार्ग को सुगम औऱ सुरक्षित बनाया गया। पैदल मार्ग पर क्षतिग्रस्त रेलिंग एवं आवश्यकतानुसार मार्ग का चौड़ीकरण किया गया। पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेन वाटर शेड और शैल्टर का निर्माण किया गया। यात्रा मार्ग पर सोलर स्ट्रीट लाइट स्थापित की गई है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, एसडीएम बड़कोट जितेंद्र कुमार, सीएमओ डॉ. रमेशचंद्र सिंह पंवार, अधीक्षण अभियंता लोनिवि डीएस ह्यांकी, अधिशासी अभियंता एनएच राजेश पंत, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी चेतना अरोरा, डीएसओ संतोष भट्ट, अधिशासी अभियंता जल सस्थान बीएस डोगरा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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