November 22, 2024

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उत्तराखंड विरोधियों को इस राज्य के भीतर कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा : भावना पांडे

देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, उत्तराखंड की बेटी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड के मौजूदा हालातों को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हालात बेहद खराब हो चुके हैं। राज्य की आम जनता त्रस्त है, जबकि बाहरी राज्यों से आये हुए उत्तराखंड विरोधी यहाँ मौज कर रहे हैं।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि वे हमेशा ही उत्तराखंड के हित की बात करतीं आईं हैं और प्रदेशवासियों के हक़ के लिए आवाज़ उठाती आ रही हैं। उन्होंने विशेषतौर पर राज्य की महिलाओं और बेरोजगार युवाओं के अधिकारों के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी है। बीते वर्ष उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पूर्व लगभग 8 महीनों तक उन्होंने राज्य के बेरोजगार युवाओं और महिला संगठनों के आंदोलनों को अपना समर्थन दिया।

इन संगठनों में आशा कार्यकत्रियां, पाटनदाईयां, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां, सहायक लेखाकार, बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट, दन्त चिकित्सक, प्रेरक शिक्षक, पीआरडी जवान, एनआईओएस व डीएलएड शिक्षक समेत कईं बेरोजगार संगठन शामिल रहे। भावना पांडे ने अपने निजी खर्च पर सभी संगठनों के आंदोलन का भार उठाया और राज्य सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध हुंकार भरी।

यही नहीं चाहे कोरोना काल हो या फिर कुमाऊं के बिन्दुखत्ता क्षेत्र में आयी आपदा वे जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सबसे पहले आगे आईं और बढ़चढ़कर पीड़ितों की मदद की। आज भी मदद करने का उनका ये जज्बा कायम है और हमेशा ही वे जरूरतमंद व मजबूर लोगों की सहायता हेतु तत्पर रहतीं हैं।

देवभूमि की बेटी भावना पांडे का कहना है कि वे राज्य आंदोलनकारी हैं, उन्होंने अपने साथी आंदोलनकारी भाई-बहनों के साथ बड़ी लड़ाई लड़कर व अनेकों यातनाओं को सहकर ये राज्य लिया हैं। उनका कहना है कि वे अपनी आँखों के सामने इस राज्य को बर्बाद होते नहीं देख सकती, इसी के चलते उन्होंने आवाज़ उठाई है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विरोधियों को इस राज्य के भीतर कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसे ही राज्य विरोधियों के खिलाफ वे विरोध प्रदर्शन करने सचिवालय पर पहुंचीं थीं किन्तु पुलिस ने बलपूर्वक उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने विरोधियों को ललकारते हुए कहा कि “चाहे जितनी भी कोशिशें कर लो मगर मेरी आवाज़ को नहीं दबा पाओगे। ना डरूंगी, ना रुकूंगी देवभूमि उत्तराखंड के हित के लिए हमेशा आवाज़ उठाई है और आगे भी लड़ती रहूंगी।

 

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