उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियां भव्य स्तर पर जारी हैं। बता दें कि 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन होगा। इसके लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में नए जिले का भी निर्माण किया गया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार सुरक्षित, सुव्यवस्थित और भव्य महाकुंभ का दृष्टिकोण सामने रखा है। सीएम योगी की इस योजना को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा और सुविधा की विशेष व्यवस्थाएं की हैं। महाकुंभ को लेकर लोगों के मन में एक बड़ा सवाल ये भी है कि अगर उनके साथ का कोई शख्स या फिर उनका कोई सामान खो जाता है तो वो वापस कैसे मिलेगा? आइए जानते हैं इस बड़े सवाल का जवाब हमारी इस खबर में।
10 डिजिटल खोया-पाया केंद्र स्थापित
उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को बताया है कि महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए 10 अत्याधुनिक डिजिटल ‘खोया-पाया केंद्र’ स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों को तुरंत सहायता देने के लिए वेटिंग रूम और मेडिकल रूम समेत कई सुविधाओं से तैयार किया गया है। केंद्र में महिलाओं और बच्चों के लिए अलग जलपान क्षेत्र की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा प्रशासन ने सभी केंद्रों में पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम से जुड़ी 55 इंच की एलईडी स्क्रीन लगाई है। इन स्क्रीन पर खोए और पाए गए व्यक्तियों और वस्तुओं के बारे में लाइव अपडेट प्रदर्शित किया जाएगा।
LED स्क्रीन पर दी जाएगी जानाकारी
संगम वापसी मार्ग के पश्चिमी छोर पर स्थित खोया-पाया केंद्र के मुख्य मॉडल में भीड़ को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए नियमित दिनों में पांच कर्मचारियों और स्नान के दिनों में नौ कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। खोया-पाया केंद्रों को खोए हुए व्यक्तियों और वस्तुओं को संभालने में अधिकतम एक्यूरेसी के तहत डिज़ाइन किया गया है। खोए और पाए गए व्यक्तियों की जानकारी डिजिटल रूप से दर्ज की जाएगी। सूचना देने वालों को संदर्भ के लिए एक कम्प्यूटरीकृत रसीद प्राप्त होगी। इसके साथ ही पहचान के लिए लापता व्यक्तियों की तस्वीरें और डिटेल 55 इंच की एलईडी स्क्रीन पर प्रसारित किए जाएंगे।
सोशल मीडिया पर भी मिलेगी जानकारी
महाकुंभ के दौरान स्थापित होने वाले सभी खोया-पाया केंद्र नए कम्यूनिकेशन नेटवर्क से जुड़े हुए हैं। लापता व्यक्तियों और खोई हुई वस्तुओं के बारे में जानकारी को फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर भी शेयर किया जाएगा। डिजिटल केंद्र लापता बच्चों, मोबाइल फोन, पर्स और अन्य सामान का पता लगाने में सहायता करेंगे। इसके साथ ही महाकुंभ में आए तीर्थयात्रियों की मदद के लिए पूरे मेला क्षेत्र में पूछताछ केंद्र स्थापित किए गए हैं।
दस खोया-पाया केंद्र किन-किन जगहों पर होंगे?
प्रशासन की ओर से 10 खोया पाया केंद्रों की स्थापना- सेक्टर-04: मुख्य केंद्र, सेक्टर-03: अक्षयवट पंडाल, सेक्टर-03: संगम नोज, सेक्टर-18: ऐरावत द्वार, सेक्टर-23: टेंट सिटी, सेक्टर-23: अरैल पक्का घाट, सेक्टर-06: प्रमुख घाट, सेक्टर-14: बड़ा झूसी घाट, सेक्टर-17: संगम क्षेत्र, सेक्टर-08: प्रमुख स्नान क्षेत्र में की गई है।
पूछताछ केंद्रों में क्या-क्या सुविधा मिलेगी?
प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की मदद के लिए जो पूछताछ केंद्र स्थापित किए गए हैं उनमें महाकुंभ, प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र से संबंधित सभी जरूरी जानकारी मिलेगी। यहां पुलिस स्टेशन, चौकी, फायर ब्रिगेड केंद्र, अस्पताल और प्रमुख प्रशासनिक कार्यालय, बस और रेलवे स्टेशनों की वर्तमान स्थिति, साथ ही ट्रेन कार्यक्रम और मार्ग के बारे में भी जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को तीर्थ स्थलों, मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों के लिए दिशा-निर्देश अखाड़ों, महामंडलेश्वर शिविरों, कल्पवासी शिविरों और स्नान घाटों की डिटेल, मेले के मैदान के भीतर यातायात प्रतिबंध और परिवर्तन और महाकुंभ में भाग ले रहे स्वैच्छिक संगठनों के साथ होटल और धर्मशाला की लिस्ट भी मिलेगी।
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