देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का असर कम होने से लोगों में भी अब भय खत्म हो गया है लेकिन अभी तक वायरस का खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति ढाई साल पहले शुरुआती दौर के जैसी है। बीते एक सप्ताह से प्रदेश में रोजाना 10 से कम संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च 2020 को मिला था। इसके बाद भी से संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता गया। वर्तमान में कोरोना संक्रमण का असर नाम मात्र है। लेकिन खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। प्रदेश में 22 अक्तूबर के बाद से रोजाना संक्रमितों की संख्या 10 से कम है। शनिवार को कुल 600 सैंपलों की जांच की गई। इसमें आठ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। प्रदेश भर में सक्रिय मामलों की संख्या 60 है।
कई देशों में ओमिक्रॉन का नया वेरिएंट एक्सएक्सबी से संक्रमण बढ़ा है। हालांकि, राज्य में अभी ओमिक्रॉन का नया वेरिएंट नहीं मिला है। संक्रमण की स्थिति सामान्य होने से लोगों में कोरोना का भय खत्म हो गया है। प्रभारी सचिव डॉ. आर.राजेश कुमार का कहना है कि भले ही कोरोना संक्रमण का असर कम है, लेकिन अभी वायरस पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।
ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट को लेकर सभी जिलों को भी एहतियात बरतने के साथ निगरानी रखने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि जब कि कोरोना वायरस पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता है, तब तक कोविड के अनुरूप व्यवहार का पालन करें।
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