देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, राज्य आंदोलनकारी एवं प्रसिद्ध समाजसेवी भावना पांडे ने देवभूमि उत्तराखंड में बढ़ते क्राइम ग्राफ को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के राज में राज्य में तेजी से अपराधों में इजाफा हो रहा है।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा, देवभूमि में आज अपराधियों का बोलबाला है और माफियाराज हावी है। प्रदेश में बढ़ते अपराधों की वजह से राज्य की मासूम जनता खौफ के साये में जीने को विवश है, विशेषतौर पर प्रदेश की महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। देवभूमि में बढ़ते क्राइम ग्राफ की वजह से बहन-बेटियों के भीतर भय व्याप्त है, वे बाहर निकलने में संकोच व डर महसूस कर रही हैं। प्रदेश के ऐसे हालातों के लिए सिर्फ भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है।
भावना पांडे ने कहा, हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग की महिला सुरक्षा को लेकर जारी की गई रिपोर्ट चिंताजनक है। देश के दस असुरक्षित शहरों में राजधानी देहरादून भी शामिल है। सबसे असुरक्षित शहरों की सूची में देहरादून का नाम शामिल होना अपनेआप में कईं सवालों को जन्म देता है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जारी इस रिपोर्ट ने भाजपा सरकार की पोल खोलकर रख दी है। अब भाजपा सरकार अपने बचाव में लीपापोती में जुट गई है। वहीं पुलिस प्रशासन इस रिपोर्ट को झूठा बताकर इसके गलत होने का दावा कर रहा है।
भावना पांडे ने कहा, राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा ‘नारी 2025’ की रिपोर्ट साझा की गई जिसमें महिला सुरक्षा पर सर्वेक्षण किया गया। देश के 10 सबसे असुरक्षित शहरों में देहरादून का नाम शामिल होना ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली सरकारों के कार्यकाल पर सवालिया निशान खड़ा करता है। राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट से महिला सुरक्षा के लिए भाजपा सरकार के दावे खोखले साबित हुए हैं। रिपोर्ट में देहरादून को देश के सबसे असुरक्षित शहरों में गिना गया है। यह केवल आंकड़ा नहीं है, हमारी बहन-बेटियों की बिखरी हुई उम्मीदें और उनका डर है।
भावना पांडे ने कहा, उत्तराखंड में महिलाओं के विरूद्ध अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। छेड़छाड़, उत्पीड़न, दुष्कर्म और घरेलू हिंसा की घटनाओं को रोकने में सरकार विफल साबित हुई है। भाजपा नैतिकता की बात करती है, लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों का दामन दागदार है। सल्ट, लालकुआं, चंपावत और संतरसा में दुष्कर्म की घटनाओं में भाजपा के नेताओं पर आरोप लगे हैं। वहीं हरिद्वार में भाजपा की ही महिला पदाधिकारी अपनी बेटी का शोषण करवाती रही। इसके अलावा अंकिता भंडारी हत्याकांड में आज तक वीआईपी का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया। राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट ने भाजपा सरकार के झूठे दावों का पर्दाफाश किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है, लेकिन पीड़िता को न्याय नहीं मिल रहा है। वाकई ये चिंता का विषय है।