देहरादून। उत्तराखंड से तेजी से हो रहा पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं इस गंभीर मुद्दे पर सरकार मौन है। इस समस्या को लेकर राज्य सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। ये कहना है उत्तराखंड की बेटी, राज्य आंदोलनकारी एवं प्रसिद्ध जनसेवी भावना पांडे का।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने उत्तराखंड के प्रति अपनी चिंता व तकलीफ बयां करते हुए कहा कि उन्होंने भी पलायन का दर्द झेला है और वे यहाँ के बेरोजगार युवाओं की पीड़ा बहुत अच्छी तरह से समझ सकती हैं। उन्होंने कहा कि बीते 24 वर्षों में उत्तराखंड से तेजी से पलायन हुआ है। पहाड़ के गांव खाली हो चुके हैं। मौजूदा स्थिति ये है कि पहाड़ों में अब सिर्फ़ बंदर और बुजुर्ग ही नज़र आते हैं।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों की वजह से प्रदेश का बेरोजगार युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। अपने हक़ के लिए हमारे पढ़े लिखे युवाओं को सड़कों पर ठोकरें खाने व आंदोलन करने को विवश होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को राज्य के बेरोजगार युवाओं की जरा भी फिक्र नहीं है।
जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि आज उत्तराखंड बुरे दौर से गुज़र रहा है, ये बेहद दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उन्होंने कहा कि वे पूर्व में भी राज्य के बेरोजगार युवाओं और मातृशक्ति के हक़ के लिए आवाज़ उठाती रहीं हैं और आगे भी प्रदेश की आम जनता की आवाज़ बनकर खड़ी रहेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य के बेरोजगार युवाओं, महिलाओं के अधिकारों और उत्तराखंड के हित के लिए उन्हें एक बड़ा आंदोलन भी करना पड़े तो उनके कदम डगमगाएंगे नहीं।
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