नई दिल्ली। चांदीपुरा वायरस को लेकर एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं। गुजरात के बाद अब राजस्थान में भी चांदीपुरा वायरस के केस सामने आए हैं। अब राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने उदयपुर जिले में चांदीपुरा संक्रामक बीमारी को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। क्षेत्र के दो बच्चों में संदिग्ध संक्रामक बीमारी चांदीपुरा का खुलासा हुआ है। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला।
क्या है पूरा मामला?
राजस्थान के उदयपुर जिले में चांदीपुरा वायरस को लेकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्दश दिया गया है। विभाग द्वारा इस संदिग्ध संक्रामक बीमारी चांदीपुरा को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। आपको बता दें कि उदयपुर जिले के खेरवाड़ा ब्लॉक के दो गांवों में चांदीपुरा वायरस की सूचना मिली थी। चिकित्सकों को बच्चों में इस संदिग्ध बीमारी के बारे में पता लगा था।
1 बच्चे की मौत
अधिकारियों के मुताबिक, खेरवाड़ा ब्लॉक के नलफला और अखीवाड़ा गांव के दो बच्चों का गुजरात के हिम्मतनगर में इलाज किया जा रहा था। ये दोनों ही गांव गुजरात सीमा पर स्थित हैं। इस क्षेत्र के निवासी रोजगार के लिए गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में पलायन करते हैं। जानकारी के मुताबिक, इनमें से एक बच्चे को बचाया नहीं जा सका जबकि दूसरे का इलाज जारी है।
पुणे भेजे गए सैंपल
जानकारी के मुताबिक, गुजरात चिकित्सा प्रशासन ने संक्रामक बीमारी चांदीपुरा की जांच के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु संस्थान (एनआईवी) के पास सैंपल भेजे हैं। बता दें कि इस रोग के संक्रमण के मामले गुजरात में पाये गये थे और राजस्थान में इस रोग का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। चांदीपुरा एक वायरल संक्रमण है जो मच्छर, घुन व रेतीली मक्खी के माध्यम से फैलता है। इसके इलाज में देरी से गंभीर स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
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