November 17, 2024

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मंगलौर की जनता ने काज़ी को जिताकर सही निर्णय लिया है : भावना पांडे

देहरादून। उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों मंगलौर व बद्रीनाथ सीट पर 10 जुलाई को हुए उपचुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। वहीं भाजपा की हार और कांग्रेस की जीत पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी एवं जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने खुशी जाहिर की है।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा- उत्तराखंड उपचुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। बदरीनाथ और मंगलौर दोनों ही सीट से भाजपा को हाथ धोना पड़ा है। बदरीनाथ सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी लखपत सिंह बुटोला और मंगलौर सीट पर काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने जीत दर्ज की है। भावना पांडे ने मंगलौर और बदरीनाथ सीट पर कांग्रेस के दोनों विजयी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कांग्रेस की जीत पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मंगलौर उपचुनाव में काज़ी ने बाजी पलट दी। मंगलौर की जनता ने अपने वोट से ये साबित कर दिया कि वो सच के साथ है और किसी बाहरी व्यक्ति को उत्तराखंड में वो बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। कांग्रेस प्रत्याशी की जीत ने उन सभी भाजपा नेताओं के घमण्ड को भी चूर कर दिया जो लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट पर साज़िश रचकर त्रिवेन्द्र सिंह रावत को हराना चाहते थे।

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि मंगलौर की जनता ने काज़ी मोहम्मद निज़ामुद्दीन को जिताकर सही निर्णय लिया है। काज़ी मोहम्मद निज़ामुद्दीन स्थानीय व्यक्ति हैं और उत्तराखंड के मूल निवासी हैं। वे पहले भी स्थानीय जनता के दुःख-दर्द में साथ खड़े नजर आते थे और भविष्य में भी उनसे यही उम्मीद की जा सकती है किंतु बाहरी व्यक्ति करतार सिंह भड़ाना को स्थानीय लोग अपनी तकलीफों में कहाँ ढूंढते। उपचुनाव में दो विधानसभा सीटों पर मिली हार भाजपा के लिए एक बड़ा सबक है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में उपचुनाव में भाजपा का विजय रथ अब रुक गया है। बदरीनाथ और मंगलौर का चुनावी समर भाजपा के विजय रथ की कड़ी परीक्षा था। चंपावत और बागेश्वर उपचुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में जीत से भाजपा के हौसले बुलंद थे लेकिन उपचुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर हो गया।

बता दें कि मंगलौर सीट पर बसपा विधायक के निधन के बाद से यह सीट खाली चल रही थी। जबकि बदरीनाथ सीट पर लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। आज इन दोनों सीटों के परिणाम आ गए हैं, जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल की।

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