देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी, जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केन्द्रीय अध्यक्ष एवं हरिद्वार लोकसभा सीट से जेसीपी की प्रत्याशी भावना पांडे ने देहरादून के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र का निरीक्षण किया। क्षेत्र में जगह-जगह लगे गंदगी के अंबार को देख भावना पांडे ने रोष प्रकट करते हुए इसके लिए स्थानीय विधायक और नगर निगम के मेयर को जिम्मेदार ठहराया।
हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से जेसीपी की प्रत्याशी भावना पांडे ने धर्मपुर का मुआयना कर क्षेत्र में फैली गंदगी पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बातें तो बहुत बड़ी-बड़ी करते हैं किन्तु धरातल पर काम कोई नहीं करते। ‘स्वच्छ भारत अभियान’ और ‘नमामि गंगे’ जैसी तमाम परियोजनाओं के नाम पर करोड़ों रूपयों को प्रचार-प्रसार में फूंकने वाली भाजपा की हकीकत को यहां की रिस्पना नदी बयां कर रही है।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि धर्मपुर क्षेत्र से होकर बहने वाली रिस्पना नदी का बुरा हाल है, साफ-सफाई ना होने की वजह से यहां सिर्फ गंदगी ही नजर आती है। नदी अब पूरी तरह से गंदे नाले का रूप ले चुकी है। यही नहीं नदी से उठने वाली दुर्गंध काफी दूर तक फैली हुई है। वहीं गंदे पानी की वजह से डेंगू व मलेरिया जैसी कई गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा भी बना रहता है। रिस्पना नदी के किनारे बसे लोगों को रोजाना ही इस गंदगी व दुर्गंध का सामना करना पड़ता है।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि नेताओं द्वारा वोट बैंक के लालच में बाहरी राज्यों से आये लोगों को यहां अवैध बस्तियों में बसाया जाता है। वहीं इनकी बस्तियां तो अवैध हैं किन्तु इनके वोट वैध हैं। चुनाव के दौरान नेताओं द्वारा इनको जमीन का मालिकान हक दिलवाने समेत कईं तरह के प्रलोभन दिये जाते हैं और वोट पाने के बाद नेता इन्हें भूल जाते हैं। वहीं इन अवैध झुग्गियों पर अब हाईकोर्ट की तलवार भी लटकी हुई है, किन्तु नेता फिर भी अपनी हरकतों से बाज ना आते हुए इन लोगों को झूठे सब्जबाग दिखा रहे हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इन अवैध बस्तियों में रह रहे लोगों का पुर्नवास कर इन्हें सही जगहों पर बसाया जाए।
वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी भावना पांडे ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अपने विज्ञापनों में ‘नौ साल बेमिसाल का नारा’ लगाती नजर आती है, क्या ही है बेमिसाल सरकार का कार्य। उन्होंने कहा कि रिस्पना नदी की गंदगी और इसका दूषित पानी भाजपा के ‘अमृत काल’ की सच्चाई को उजागर कर रहा है। यही नहीं पूरे देहरादून शहर में जगह-जगह सड़कें खुदी पड़ी हैं और गहरे गड्ढे बने हुए हैं किन्तु सुध लेने वाला कोई नहीं है। देहरादून की टूटी सड़कें स्मार्ट सिटी की असली तस्वीर दिखा रही हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि भाजपा के नेता जनता को बेवकूफ बनाना बंद करें और जमीन पर उतरकर कार्य करें, जिससे आम जनता राहत की सांस ले सके।
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