हरिद्वार। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी, जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केन्द्रीय अध्यक्ष एवं हरिद्वार लोकसभा सीट से जेसीपी की दमदार प्रत्याशी भावना पांडे की हुंकार से धामी सरकार पूरी तरह से घबराई नजर आयी। वहीं भावना पांडे के विरोध प्रदर्शन को रोकने के उद्देश्य से उन्हें पुलिस प्रशासन द्वारा उनके हरिद्वार स्थित कार्यालय में नजरबंद कर दिया गया।
गौरतलब है कि वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी भावना पांडे बीते कई वर्षों से आमजन से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाती आईं हैं। इसी के चलते उन्होंने हाल ही में हरिद्वार क्षेत्र में अलग-अलग हादसों में मारे गये मृतकों के परिजनों को इंसाफ दिलवाने एवं उनके लिए उचित मुआवजे की मांग की है।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे का कहना है कि गरीब व पीड़ित परिवारों के गुजर-बसर हेतु मुआवजे की मांग को लेकर वे कईं बार मुख्यमंत्री कार्यालय में गुहार लगा चुकी हैं किन्तु सरकार की ओर से कोई राहत नहीं दी गई। वहीं सरकारी रवैये से खफा भावना पांडे ने रोष प्रकट करते हुए बीती शाम मुख्यमंत्री धामी के हरिद्वार दौरे के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया।
बता दें कि मुख्यमंत्री धामी रूड़की में भाजपा कार्यालय के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। वहीं जेसीपी प्रत्याशी भावना पांडे द्वारा मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया। कुछ ही मिनटों में ये वीडियों आग की तरह फैल गया। वहीं इस वीडियो को देख सरकारी तंत्र व स्थानीय प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। आनन-फानन में प्रशासन द्वारा भावना पांडे को रोकने का पुरजोर प्रयास किया गया।
गुरूवार सुबह पुलिस महिला पुलिस समेत भारी तादात में खाकी टीम जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे के हरिद्वार स्थित कार्यालय में आ धमकी और उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास करने लगी किन्तु भावना पांडे द्वारा विरोध जताने व अरेस्ट वारंट की मांग करने पर पुलिस की पकड़ कमजोर पड़ गई। मजबूरन पुलिस को उन्हें कार्यालय के भीतर ही नजरबंद करना पड़ा। वहीं सीएम का कार्यक्रम संपन्न होने तक पुलिस टीम जेसीपी कार्यालय पर ही डटी रही। मुख्यमंत्री के हरिद्वार से रूखसत होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली और जाते-जाते पुलिस भावना पांडे के कार्यालय से सभी काले झंडों को भी उठा ले गई।
वहीं जनसेवी भावना पांडे का कहना है कि वे सरकार और पुलिस प्रशासन के दबाव में नहीं आने वाली। उन्होंने कहा कि वे जनता की सेवा करने ही हरिद्वार आई हैं और सदैव इसी प्रकार जनहित के मुद्दों को बेबाकी के साथ उठाती रहेंगी। उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ित परिवारों के लिए उचित मुआवजे की घोषणा नहीं कि तो वे अपने अगले कदम के तौर पर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगी।
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